नई दिल्ली
मानसून की गतिविधियों के बीच देश के कुछ हिस्से जहां अत्याधिक बारिश का सामना कर रहे हैं। वहीं, कुछ राज्य में बादलों से राहत बरसने का इंतजार जारी है। अब भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि अगस्त महीने में दक्षिण पूर्व भारत, उत्तर पश्चिम भारत और आसपास के पश्चिम मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से लेकर सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है।
IMD ने जानकारी दी है कि पश्चिम तट और पूर्व मध्य, पूर्व तथा पूर्वोत्तर भारत के अनेक भागों में सामान्य से नीचे बारिश होने की संभावना है। केरल, तमिलनाडु और तटीय कर्नाटक में अगले दो-तीन दिनों के दौरान अति भारी बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने मंगलवार और बुधवार के लिए केरल और तमिलनाडु में रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा बिहार, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में आज भारी बारिश हो सकती है।
उत्तर प्रदेश में भी मंगलवार और बुधवार को भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग की तरफ से इस संबंध में अलर्ट जारी किया जा चुका है। खास बात है कि यूपी के कई हिस्से कमजोर बारिश का सामना कर रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार इस साल 31 जुलाई तक प्रदेश में कुल 191.8 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जो 2021 में हुई 353.65 मिमी और 2020 में हुई 349.85 मिमी वर्षा के सापेक्ष कम है। इस बीच आगरा इकलौता ऐसा जिला रहा जहां सामान्य (120 प्रतिशत से अधिक) वर्षा हुई। इधर, IMD ने बताया है कि राजधानी दिल्ली में मंगलवार को हल्की बारिश और बादल छाए रहने के आसार हैं। संभावना जताई जा रही है कि शहर में न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। जबकि, यह आंकड़ा अधिकतम 33 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। इसके अलावा एयर क्वालिटी के मामले में भी दिल्ली वासियों के लिए राहत की खबर है। सुबह 7 बजे AQI 77 पर रहा। खास बात है कि 51 से 100 के बीच संख्या को संतोषजनक माना जाता है।
अगस्त-सितंबर में मानसून के सामान्य रहने की संभावना
भारत में खासतौर से पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड में अगस्त-सितंबर में मानसून की सामान्य बारिश होगी। मौसम कार्यालय ने सोमवार को बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड में इस मानसून में कम बारिश हुई है। आईएमडी के निदेशक मृत्युंजय मोहपात्रा ने यहां पत्रकारों से कहा, 'देशभर में दक्षिणपश्चिम मानसून के दौरान अगस्त-सितंबर में बारिश सामान्य रहने की अधिक संभावना है, जो कि 'लॉन्ग पीरियड एवरेज' (एलपीए) का 94 से 106 प्रतिशत है।' भारत में एक जून से 31 जुलाई के बीच इस मानसून के मौसम में सात प्रतिशत अतिरिक्त बारिश हुई लेकिन चावल उत्पादक राज्यों पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और केरल में कम बारिश हुई। मोहपात्रा ने कहा, 'अगस्त में देशभर में मासिक बारिश सामान्य रहने की अधिक संभावना है जो एलपीए का 94 से 106 प्रतिशत है।' उन्होंने बताया कि दक्षिणपूर्व भारत, उत्तरपश्चिम भारत और पश्चिम मध्य भारत के ज्यादातर हिस्सों में 'सामान्य' से लेकर 'सामान्य से अधिक' बारिश की संभावना है जबकि पश्चिमी तट और पूर्वी मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में उम्मीद से कम बारिश हो सकती है।