Home खेल एमएस धोनी ने इन 2 चीजों से कभी नहीं किया समझौता, पूर्व...

एमएस धोनी ने इन 2 चीजों से कभी नहीं किया समझौता, पूर्व फील्डिंग कोच का खुलासा

23
0

 नई दिल्ली
 
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी भारतीय क्रिकेट की बेहतरी के लिए किए गए बदलावों के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कप्तान के तौर पर टीम को सर्वोपरि रखा। धोनी ने 2007 में भारतीय टीम के कप्तान के रूप में पदभार संभाला और तब से भारतीय क्रिकेट ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनके नेतृत्व में भारत ने आईसीसी की तीनों बड़ी ट्राफियां – टी20 विश्व कप, 50 ओवर का विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी जीती। उन्होंने भारत को आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक तक पहुंचाया। एमएस धोनी ने कई साहसिक और दुस्साहसिक निर्णय लिए, कुछ ऐसे फैसले जिन्होंने भारतीय क्रिकेट के परिदृश्य को पूरी तरह से बदल दिया। उन्होंने रोहित शर्मा को एकदिवसीय मैचों में ओपन कराया और अपने पहले कुछ टेस्ट में विफलताओं के बावजूद विराट कोहली का सपोर्ट किया। हम सभी जानते हैं कि धोनी के ये फैसले कैसे साबित हुए। वहीं, टीम इंडिया के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने बताया है कि एमएस धोनी ने दो चीजों से कभी समझौता नहीं किया और न ही करने दिया।

सालों तक भारतीय क्रिकेट बल्लेबाजी और गेंदबाजी के ले जानी जाती थी, लेकिन धोनी के नेतृत्व में फील्डिंग और फिटनेस को समान रूप से ध्यान और महत्व मिलने लगा। भारत के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर, जो 2014 में टीम का हिस्सा बने थे, जब धोनी कप्तान थे। उन्होंने याद करते हुए बताया है कि कैसे भारत के पूर्व कप्तान ने यह स्पष्ट कर दिया था कि उनके लिए दो ऐसे क्षेत्र हैं, जहां शालीनता के लिए कोई जगह नहीं थी।

क्रिकेट डॉट कॉम से बात करते हुए श्रीधर ने बताया, "एमएस जब वह कप्तान थे, तो उन्होंने फील्डिंग का नेतृत्व किया। इसके अलावा विकेट के बीच दौड़ना मेरे लिए आंख खोलने वाला था। एमएस ने कहा कि 'दो चीजें जो मेरे लिए समझौता करन वाली नहीं हैं, वह हैं फील्डिंग और विकेट के बीच दौड़ना'। और यह कुछ ऐसा है जो अभी भी सच है। जिस तरह से उन्होंने फील्डिंग पर जोर दिया, विराट ने उसे आगे बढ़ाया। रवि ने हमेशा कहा कि 11 सर्वश्रेष्ठ फील्डर खेलेंगे।"

उन्होंने आगे कहा, "मैंने कुछ बेहतरीन फील्डिंग सेशन उमेश यादव, मोहम्मद सिराज और मोहित शर्मा के साथ बिताए हैं, जो एक तेज गेंदबाज होने के नाते एक महान फील्डर भी थे। इसके अलावा विराट कोहली, रविंद्र जडेजा और मनीष पांडे जैसे खिलाड़ियों को आपने देखा होगा और उनकी फील्डिंग का आनंद लिया होगा। चहल, कुलदीप और केदार जैसे लोग ही हैं, जिन्होंने अपने कौशल पर वास्तव में कड़ी मेहनत की है। मुझे उन लोगों के साथ काम करने में बहुत मजा आया।"

 

Previous articleब्योहारी-नगरीय निकाय में आज होगा परिषद अध्यक्ष उपाध्यक्ष का फैसला! अध्यक्ष पद के लिऐ यहां त्रिकोणीय मुकाबला
Next articleविश्व आदिवासी दिवस:आदिवासियों ने भरी हुंकार-कहा भारत देश हमारा है,हम है यहां के मूल निवासी

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here