मध्य प्रदेशराज्य
2017 से पुलिस मुख्यालय में नहीं हुई भर्ती, 17 हजार पद खाली

भोपाल
पुलिस मुख्यालय ने भले ही हाल ही में चार हजार पुलिस आरक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी हो, लेकिन प्रदेश में यह भर्ती फिलहाल रिक्त पदों की तुलना में ऊंट के मुंह में जीरा बराबर है। प्रदेश में इस वक्त 17 हजार के लगभग पुलिस आरक्षकों के पद खाली पड़े हुए हैं। वहीं, उप निरीक्षकों के भी हजारों पद खाली हैं। चार हजार पुलिस आरक्षकों की भर्ती के बाद भी प्रदेश में आरक्षकों के इन वर्षों में रिक्त हुए पदों में 13 हजार जवानों की कमी रहेगी।
प्रदेश पुलिस में वर्ष 2016 के रिक्त पदों को भरने के लिए आरक्षकों की भर्ती हुई थी। इसके बाद से वर्ष 2017 और वर्ष 2018 में 5-5 हजार पुलिस आरक्षकों की भर्ती की जाना थी। दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया था कि वे हर वर्ष 5 हजार पुलिसक र्मियों की भर्ती करेंगे, लेकिन इन दो सालों में इस पर अमल नहीं हो पाया। हालांकि वर्ष 2017 के पांच हजार पदों की भर्ती की प्रक्रिया वर्ष 2018 में शुरू हुई थी। विधानसभा चुनाव के कारण यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी।
इसके बाद कांग्रेस सरकार में भी वर्ष 2017 के प्रस्ताव को आगे बढ़ाया गया। जिसमें करीब 5300 आरक्षकों की भर्ती की जाना थी। कांग्रेस सरकार यह भर्ती व्यापमं से नहीं करवाना चाहती थी। कमलनाथ सरकार ने चयन एवं भर्ती शाखा के अफसरों को निर्देश दिए कि व्यापमं के अलावा किसी अन्य एजेंसी या पुलिस अपना बोर्ड बनाकर भर्ती कराए। इस पर प्लान बनता रहा। प्लान पर कोई निर्णय हो पाता उससे पहले ही कांग्रेस की सरकार गिर गई। इसके बाद यह प्रक्रिया कुछ महीनों के लिए ठंडे बस्ते में बंद हो गई। अब अचानक तेजी से इस संबंध में प्रस्ताव बनाया गया और व्यापमं से भर्ती परीक्षा करवाने का निर्णय लिया गया।