रायगढ़। अच्छी नीयत से किये गये कार्य के परिणाम भी अच्छे आते हैं। ऐसा ही कुछ रायगढ़ पुलिस के कार्यों से इन दिनों हो रहा है। छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा वृद्धजन वरिष्ठ नागरिकों के लिए चलाए जा रहे हैं समर्पण अभियान एवं पुलिस अधीक्षक रायगढ़ श्री संतोष सिंह के पुलिस चौपाल का सुखद और कारगार परिणाम सामने आ रहा है।
समर्पण अभियान के तहत चक्रधरनगर स्थित वृद्धाश्रम में आयोजित कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह आश्रम में रह रहे वृद्धजनों से चर्चा कर उनकी समस्याओं से रूबरू हुये थे। इनसे से कई वृद्धजनों को उनके परिवारवालों से शिकायतें थी, जिन्हें नोडल अधिकारी डीएसपी ट्राफिक श्री पुष्पेन्द्र बघेल नोट किये। इन्हीं शिकायतों के निराकरण के क्रम में आज डीएसपी श्री पुष्पेन्द्र बघेल ग्राम धनागर थाना कोतरारोड़ की वृद्ध महिला श्रीमती सुखमति के केस को लेकर थाना कोतरारोड़ पहुंचे थे। थाने में श्रीमती सुखमति एवं उसके पुत्र व बहू को बुलाया गया था। श्रीमती सुखमति बताई कि उसके दो बेटे हैं। एक रायपुर में आॅटो चलाता है, दूसरा गांव में रहता है। बेटा- बहू दोनों ध्यान नहीं देते हैं। दोनों पक्षों की बातों को सुनने के बाद डीएसपी बघेल द्वारा उसके दोनों लड़कों को प्रतिमाह उसकी मां को खर्च के लिये रुपए देने तथा हर माह दो या तीन बार उससे मिलाने आने को बोले। जिस पर उसके बेटा बहू राजी हुये हैं। श्रीमती सुखमति अपनी बिमारी की वजह से आश्रम में ही रहना चाहती है।
पुलिस अधीक्षक द्वारा धरमजयगढ़ थाना परिसर में पुलिस चौपाल लगाया गया था, जिसमें प्राप्त शिकायतों को दो दिवस में निराकरण के निर्देश थाना प्रभारी धरमजयगढ़ निरीक्षक अंजना केरकेट्टा को दिया गया है जिसे वे गंभीरता से लेकर शिकायतकतार्ओं के निवास स्थान जाकर उनसे पूछताछ की। शिकायतें पिता के घर छोड़कर अन्यत्र चले जाने, जमीन विवाद तथा घर खाली कराने के संबंध में था। थाना प्रभारी द्वारा शिकायतकतार्ओं के बयान लिये गये हैं। अनावेदक पक्षों को कल थाना बुलाया गया है जिसके बाद शिकायत पर उचित कार्यवाही की जावेगी।