जबलपुर
शिवनगर न्यू लाइफ मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल भड़की भीषण आग से करीब आधा दर्जन लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। मौके से बताया कि अब तक जितने लोगों को बाहर निकाला गया है उनकी हालात गंभीर है।
सभी को मेट्रो और स्वास्तिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर महापौर जगत बहादुर अन्नू सहित प्रशासनिक अधिकारी पहुंच चुकें हैं।कलेक्टर ने डॉक्टर इलैयाराजा टी ने कहा कि करीब 4 लोगों कीे मौत की खबर है। फिलहाल डॉक्टरों के द्वारा पुष्टि होना शेष है। कलेक्टर इलैयाराजा ने बताया कि अभी लिफ्ट चेक करना बाकी है। करीब करीब आधा दर्जन मरीज गंभीर अवस्था में है। 5 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है अभी तक।
इस मामले पर मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि घटना की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. इस हादसे के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों के लिए 5-5 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है.
सीएम ने इस घटना में घायल हुए लोगों को लिए 50-50 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. इससे पहले सीएम ने इस हादसे पर दुख जताया था. उन्होंने ट्वीट किया- ‘जबलपुर के न्यू लाइफ अस्पताल में आग से हुई दुर्घटना में अमूल्य जिंदगियों के असमय निधन के समाचार से हृदय दु:ख से भरा हुआ है. ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति देने एवं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. ।। ॐ शांति ।। जबलपुर के एक अस्पताल में भीषण अग्नि दुर्घटना का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है. स्थानीय प्रशासन और कलेक्टर से निरंतर संपर्क में हूं. मुख्य सचिव को संपूर्ण मामले पर नजर बनाये रखने के लिए निर्देश दिया है. राहत एवं बचाव के लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं.’
अस्पताल में तेजी से फैली आग
बता दें, इस अस्पताल के बारे में फिलहाल ज्यादा जानकारी नहीं है. ये अस्पताल किसका है, इसमें कितना स्टाफ है इसकी जानकारी जुटाई जा रही है. बता दें, इस घटना का पता उस वक्त चला जब कुछ लोग दमोह नाका से निकल रहे थे और उन्होंने अस्पताल में आग देखी. लोगों ने उस वक्त चीख-पुकार भी सुनी. लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस और फायरब्रिगेड को दी. लेकिन, आग इतनी भीषण थी कि जब तक फायरब्रिगेड और पुलिस मौके पर पहुंचती, तब तक आग चारों तरफ फैल गई थी. इसकी सूचना मिलते ही एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा, कलेक्टर इलैया राजा टी, सीएमएचओ रत्नेश कुररिया, फायर ब्रिगेड ऑफिसर कुशाग्र ठाकुर, सीएसपी अखिलेश गौर, एएसपी गोपाल खांडेल, एएसपी प्रदीप शेंडे एवं 5 थानों के टीआई अधिकारी कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे.
चश्मदीद ने बताई ये कहानी
एक चश्मदीद ने बताया कि जिस वक्त आग लगी, उस वक्त वह अस्तपताल के आसपास ही था. शुरुआत में ऐसा कुछ नहीं लगा कि आग लगी है. लेकिन, कुछ देर बाद अचानक काला धुआं निकलने लगा. यह सबकुछ इतनी जल्दी हुआ कि कुछ पता ही नहीं चला. देखते ही देखते धुआं नीचे से ऊपर तक छा गया और फिर आग की लपटें दिखाई देने लगीं. आग इतनी तेज थी कि पलभर में पूरे अस्पताल को अपनी चपेट में ले लिया. चश्मदीद के मुताबिक, कुछ लोग ऊपरी मंजिल से खिड़कियों से नीचे कूदे. नीचे गिरते ही उन्हें चोट लग गई. कई लोगों को घुटन होने लगी. कुछ ही देर बार फायर ब्रिगेड और पुलिस ने आकर मोर्चा संभाला.