
रतनपुर
जंगल से भटक गया एक हिरण रात में गांव में पहुंचा और अंधरे की वजह से कुलाचे मारने के दौरान वह सीधे सैप्टिक टैंक के लिये खोदे गये गढ्ढे में जा गिरा। रात भर पानी में रहने की वजह से हिरण का स्वास्थ्य खराब होने पर उसे कानन पेंडारी इलाज के लिये ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।
प्राप्त समाचारों के अनुसार रतनपुर के वार्ड क्रमांक-1 जोगी अमराई में कुछ मकानों का निर्माण किया जा रहा है इन मकानों के लिये पास में ही सैप्टिक टैंक निर्माण के लिये 20 फीट गहरा गढ्ढा खोदा गया है जिसमें लगभग काफी पानी भरा हुआ है। बताया जाता है कि मंगलवार की रात में जंगल से भटक कर एक हिरन गांव पहुंंचा छलांग लगाने के दौरान सेप्टिक टैंक में जा गिरा। रात भर हिरण ने सैप्टिक टैंके के अंदर से बाहर निकलने का प्रयास किया लेकिन वह सफल नही हुआ। बाहर निकलने के इस प्रयास में हिरण के पेट में गंदा पानी चला गया जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। बुधवार की सुबह 8 बजे वहां काम करने वाले लोगों ने सैप्टिक टैंक में हिरण के गिरे होने की सूचना वन विभाग को दी जिसके बार विभाग की टीम रेस्क्यू टीम पहुंची और बड़ी मुश्किल से हिरन को गड्ढे से बाहर निकाला। वन विभाग की टीम हिरण को कानन पेंडारी इलाज के लिये लेकर गई इलाज के दौरान ही हिरण की मौत हो गई। वन विभाग हिरण की मौत पर नियमानुसार कार्रवाई कर रहा है।