वाराणसी
सीरगोवर्धनपुर के रहने वाले 15 वर्षीय किशोर ने घर के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके पर जांच के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। चौकी प्रभारी ने बताया कि एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें किशोर ने मौत का जिम्मेदार खुद को बताया है। जबकि परिवार के लोगों का आरोप है कि केंद्रीय विद्यालय में कक्षा नौ का छात्र था जहां क्लास में मोबाइल ले जाने के कारण उसे एक हफ्ते के लिए सस्पेंड कर दिया गया था। इसके बाद से ही वह परेशान चल रहा था।
सीरगोवर्धनपुर थाना लंका के रहने वाले संतोष यादव बीएचयू कर्मी हैं। उनका बेटा मयंक यादव केंद्रीय विद्यालय बीएचयू में कक्षा नौ का छात्र था। देर रात कमरे में उसने फंदे से लटककर अपनी जान दे दी। मयंक की बहन भी केंद्रीय विद्यालय में कक्षा 10 की छात्रा है। मौत के बाद ट्रामा सेंटर स्थित मर्चरी हाउस पहुंचे परिवारीजनों का रो रो कर बुरा हाल था। पुलिस मामले की जांच कर रही है जबकि विद्यालय के नंबर पर संपर्क करने पर फोन नहीं उठ सका।
सीर गोवर्धनपुर में एक दुखद घटनाक्रम में बीएचयू केंद्रीय विद्यालय के रवैये क्षुब्ध छात्र ने आत्महत्या की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू की। परिजनों द्वारा आरोप लगाया गया है कि वाइस प्रिंसिपल बीएचयू केंद्रीय विद्यालय द्वारा प्रताड़ना से आहत होने के बाद छात्र ने अपनी जान दे दी है।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि एक हफ्ते पहले क्लास में मोबाइल ले जाने के कारण वाइस प्रिंसिपल ने उसे एक सप्ताह के लिए क्लास से सस्पेंड किया उसके बाद माता-पिता के स्कूल जाने पर उनसे भी अनुचित व्यवहार किया था। अपने सामने माता पिता के साथ अनुचित बर्ताव देखकर बच्चे ने आत्मघाती कदम उठाया है। बताया गया कि मयंक यादव एकलौता पुत्र है और एक बहन भी है जो केवी की छात्रा है। बड़ी बहन कक्षा 10 में पढ़ती है।
मर्चरी हाउस पर घटना को बताते हुए पिता संतोष यादव फफक कर रो पड़े। बताया कि रोज की भांति रविवार की रात भी तेल लगाकर पैर दबाया। इसके बाद बहन से बोला कि तुम सो जाओ अभी हम अपना ड्रेस फैला देते हैं। सबके सोने के बाद मयंक सीढ़ी के बगल में छत पर चढ़कर दीवार पर लगे लोहे की राड में नारियल की रस्सी के सहारे फंदा बनाकर लटक गया। करीब दो बजे रात मां मुन्नी की नींद खुलने पर घटना की जानकारी हुई।