उत्तर प्रदेशराज्य
कानपुर के विकास दुबे के गैंग को मिला नया लीडर

कानपुर
धर्मेन्द्र उर्फ हीरू दुबे कुख्यात विकास दुबे गैंग का नया लीडर होगा। शुक्रवार को चौबेपुर थाने में 30 आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में एफआईआर दर्ज की है। गैंगस्टर एक्ट की धारा में जेल गई आरोपित महिलाओं को शामिल नहीं किया गया है। इस गैंग में हीरू दुबे को गैंग लीडर बनाया गया है। अब विकास दुबे का गैंग हीरू के नाम से जाना जाएगा। बिकरू कांड के बाद पुलिस ने इस मामले में 6 एनकाउंटर किए। जिसमें विकास दुबे समेत उसके गुर्गे मारे गए। इसी के साथ पुलिस ने 36 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। उसके बाद पुलिस इस गिरोह पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने की लिखापढ़ी कर रही थी। बीते कई दिनों से पुलिस को गैंग लीडर की तलाश थी मगर पुलिस आरोपितों में लीडर को तय नहीं कर पा रही थी। शुरुआत में गुड्डन त्रिवेदी और जिलेदार के बीच पुलिस ने लीडर चुनने का मन बनाया मगर बाद में हीरू दुबे को लीडर बना दिया गया।
अमर और प्रभात जितना खतरनाक
एसपी ग्रामीण ने बताया कि हीरू दुबे, अमर दुबे और प्रभात मिश्रा जितना ही खतरनाक है। उन्होंने कहा कि हीरू दिमाग से ही आपराधिक किस्म का है। अपराध करने में उसे मजा आता है। वह स्थितियों को भांपकर अपने अपराध करने के तरीकों में बदलाव करता रहता है। एसपी ने बताया कि अबतक उसके खिलाफ एक दर्जन मामलों की जानकारी मिली है। आसपास के जिलों से भी उसका क्राइम रिकार्ड निकलवाया जा रहा है।
यह होगा हीरू दुबे का गिरोह
श्यामू बाजपेई, छोटू शुक्ला उर्फ अखिलेश, राहुल पाल, जहान सिंह, दयाशंकर अग्निहोत्री, शशिकांत उर्फ सोनू पाण्डेय, शिव तिवारी उर्फ आशुतोष, विष्णु पाल उर्फ जिलेदार, राम सिंह यादव, रामू बाजपेई, गोपाल सैनी, उमाकांत उर्फ गुड्डन उर्फ बउआ, शिवम दुबे, बाल गोविंद, संजय दुबे, सुरेश वर्मा, अरविन्द त्रिवेदी, शिवम दुबे उर्फ दलाल, मनीष, धीरज उर्फ धीरू, रमेश चन्द्र, गोविंद सैनी, नन्हू यादव, बल्लू मुसलमान, राजेन्द्र कुमार, सोनू उर्फ सुशील तिवारी, अखिलेश दीक्षित, जयकांत बाजपेई और प्रशांत शुक्ला।