मध्य प्रदेशराज्य
आरटीओ के संरक्षण में चल रही हैं दिल्ली से छतरपुर की बसें, बसों से होता है अवैध शराब का कारोबार
छतरपुर
जिले में आरटीओ के संरक्षण में एक दर्जन से ज्यादा छतरपुर से दिल्ली बसें चल रही हैं। इन बसों का संचालन अवैध कारोबार करने वाले कर रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार छतरपुर जिले के छोटे छोटे कस्बों से दिल्ली के लिए यह बसें चलाई जा रही हैं। इन बसों में अवैध शराब का कारोबार काफी समय से चल रहा है। ऊंची एवं कीमती शराब को दिल्ली से लाकर छतरपुर जिले में बेचा जा रहा है। अभी हाल ही में मुरैना पुलिस ने छतरपुर से दिल्ली जा रही बस में चैकिंग के दौरान अवैध शराब का जखीरा पकड़ा। मजेदार बात ये है कि जो काम छतरपुर पुलिस को करना चाहिए वह नहीं करती और छतरपुर पुलिस कप्तान की इस मामले में अच्छी खासी किरकिरी भी हुई है जबकि मीडिया में लगातार समाचार प्रकाशित किए जारहे थे कि छतरपुर से दिल्ली चलने वाली बसें बिना परमिट के पुलिस एवं आरटीओ के संरक्षण में चल रही हैं। इसके बावजूद भी जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने आज तक इन बस संचालकों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की। नतीजा अब सामने आ ही गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली से चलने वाली बसों में अवैध कारोबार किया जा रहा है।इसके एवज में पुलिस को प्रतिमाह एक मोटी रकम दी जाती है यही नहीं छतरपुर जिले के सभी थानों में इन बस संचालकों का महीना बंधा हुआ है इसके अलावा आरटीओ विभाग के द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं की जाती और इन्हें भी बस संचालकों द्वारा बस चलाने के एवज में मोटी रकम दी जाती है। यह सारी वसूली आरटीओ कार्यालय में एक प्रायवेट व्यक्ति बैठता है जिसका नाम संजू चंसोरिया बताया जाता है।
यह व्यक्ति आरटीओ कार्यालय में अवैध बसों के संचालन करने का ठेका लिए हुए है और आरटीओ इसके इशारे पर पूरा काम करता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जो पैसा बसों से वसूला जाता है उसका हिस्सा ऊपर तक पहुंचाया जाता है। मजेदार बात ये है कि जिले में इस समय आचार संहिता लगी हुई है उसके बावजूद भी धड़ल्ले से अवैध कारोबार किया जा रहा है। हालांकि इस संबंध में अभी हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को शिकायत भेजी गई है।